कवि आदित्य मौर्य
शुक्रवार, 8 मार्च 2019
मंगलवार, 26 फ़रवरी 2019
पाक की नापाक हरकत
सुन ले कान खोलकर, फिर घर मे घुसकर मारा हैं।
बचकानी हरकतें छोड़ दे, लाहौर हाथ ना रह पाएगा
था कभी पाक दुनिया मे, इतिहास ढूंढता रह जाएगा।
हर ज़ख्म का होगा हिसाब, अब भारी सबका पारा हैं
सुन ले कान खोलकर, फिर घर मे घुसकर मारा हैं।।
बहुत पाले है तूने आतंकी, बहुत दिया है हमको गम
40 के बदले 300 मारे, सेना ने दिखाया सबको दम।
जोड़ हाथ शरण में आजा, शेष ना अब कोई चारा हैं
सुन ले कान खोलकर, फिर घर मे घुसकर मारा हैं।।
मंगलवार, 15 जनवरी 2019
रविवार, 28 अक्तूबर 2018
पीड़ा नारी की
आधी रात को प्रियतम ने, हमको ऐसे प्यार किया।
मीठी मीठी गाली उनकी, शक्कर जैसी लगती थी
आंखें थी बड़ी भयानक, रावण जैसी दिखती थी।
बिन गलती के हम पर, लातों से प्रहार किया
आधी रात को प्रियतम ने, हमको ऐसे प्यार किया ।।
गला दबाया प्यार से इतना, सांसे जैसे अटक गई
कुछ बोल नहीं पाई मैं, वाणी जैसे भटक गई ।
हिम्मत करके मैंने पूछा, कौनसा मैंने अपराध किया
देव तुल्य माना तुम्ही को, बस तुम्ही से प्यार किया।।
पैसे सामान दहेज ना लाई, पर प्यार की पूंजी लुटाई
घर में मुझे सम्मान मिलेगा, पापा ने दी मुझे विदाई।
अपना सब तुम्ही को माना, तुम्हारे लिए श्रृंगार किया
बदले में तुमने हमको ये, कैसा अनोखा उपहार दिया।।
कब तक इस समाज मे, यू नारी ठुकराई जाएगी
धन के लालच में आरी, हम पर चलाई जाएगी।
दहेज के लोभी ने देखो, हँस कर ज़िंदा मार दिया
आधी रात को प्रियतम ने, हमको ऐसे प्यार किया ।।
शुक्रवार, 26 अक्तूबर 2018
बुधवार, 26 सितंबर 2018
सोमवार, 18 जून 2018
बुधवार, 25 अप्रैल 2018
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