रविवार, 31 जुलाई 2016

माँ

दादी की हर बात सच्ची लगती है

हट बेवफ़ा
मुझे तू नहीं मेरी माँ अच्छी लगती है।

तेरी माया


में शनि देव जैसा कुरूप
तुम सूंदर रूप की काया हो

में धरती पर हु एक कबाड़ सा
तुम अंतरिक्ष की माया हो....

✍कवि आदित्य मौर्य✍
        
       

शुक्रवार, 15 जुलाई 2016

मन्नत देश की

पाकिस्तान के विरुद्ध देश की ललकार और गुस्सा मेरी इस  कविता में देखिये....
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भले ही दाल चीनी को थोडा और महँगा करो
पर कश्मीर के दरिन्दो को नर्क के हवाले करो।

देश की सैनिकों पूरी अब ये मन्नत तुम करो
फ़ेक कर आदित्य परमाणु पाक को खत्म करो।

     ✍कवि आदित्य मौर्य✍
        भारत माता की जय

रविवार, 10 जुलाई 2016

मौसम नाचवा को

शादियों का मौसम चल रहा है तो सोचा कुछ लिख लू तो कुछ यु लिखा..........


एक बोतल पीकर आयो और एक साथ में लायो
मौसम फिर से आदित्य नाचवा को आयो।

झूम बराबर जूम के माथे ठंडी बीयर ले आयो
टाँग उठा के  नागिन को डांस करवा ने आयो

       ✍कवि आदित्य मौर्य✍
               (कंटालिया)

शनिवार, 2 जुलाई 2016

तेरा दीवाना

तेरी यादो से मेरे दर्द का हर सफ़र सुहाना हो गया...

ए भूतनी देख फिर से  आदित्य  तेरा दीवाना हो गया।