कब तक बंदे रहेंगे हम, अब जंजीर तोड़ दी जाएगी
जो आंख उठेगी वतन पर मेरे, आंख फोड़ दी जाएगी।
बीज शांति के हमने बोये, पर तूने बारुद जला डाले
कश्मीर के ख्वाब में न जाने, कितने कसाब बना डाले।।
खाने को पास दो दाने नही, भीख मांग कर लाता हैं
आतंकवाद के दम पर तु, हमकों आँख दिखाता है।
चीन के चक्कर मे पड़कर, देश को अपने बाट दिया
हिम्मत तेरी इतनी बढ़ गयी, सैनिक का सर काट दिया।।
आतंकवाद की तेरी खेती, अब तहस नहस कर डालेंगे
पीढ़ी दर पीढ़ी तड़पेगी, ऐसा सबक सीखा कर मानेगें।
कश्मीर का ख़्वाब छोड़ दे वरना, लाहौर हाथ से जाएगा
मिट जाएगा नक्शे से तू, बस तेरा इतिहास रह जाएगा।।