बुधवार, 4 जनवरी 2017

मिट जाएगा नक़्शे से पाक

पाकिस्तान के विरुद्ध मेरी एक नयी रचना

          "मिट जाएगा नक़्शे से"
              💥💥💥💥

कब तक बंधे रहेंगे हम, अब जंजीर तोड़ दी जाएगी
जो आंख उठेगी वतन पे मेरे, वो आँख फोड़ दी जाएगी।
फूलों के गुलदस्ते छोड़ो, अब  बारूदी बम ही आएगा
मिट जाएगा नक्शे से तू, बस इतिहास रह जाएगा।

कर अहसान ज़मी दी तुझको, दुनिया में सम्मान दिया
बदले में तूने हमको बस, ये आतंकी पैगाम दिया।
बचकानी हरकत छोड़ दे वरना,  लाहौर भी हाथ से जाएगा
मिट जाएगा नक्शे से तू, बस इतिहास रह जाएगा।

हमने बीज शांति के बोयें, तूने बारुद जला डाले
कश्मीर के ख्वाब में न जाने, कितने कसाब बना डाले।
अग्नि के वार से सबकुछ, तहस नहस हो जाएगा
मिट जाएगा नक्शे से तू,बस इतिहास रह जाएगा।

               कवि आदित्य मौर्य
                   कंटालिया
                8058398148